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मनसे के मुखिया राज ठाकरे की महारैली गुड़ीपाड़वा यानि चैत्र नवरात्रि के पहले दिन आज, मुंबई पुलिस ने बड़ी संख्या में मनसे समर्थकों के शिवाजी पार्क पहुंचने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी, रैली के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन के निर्देश जारी किए

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे की महारैली गुड़ीपाड़वा यानि चैत्र नवरात्रि के पहले दिन आज मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में होने जा रही है. ये रैली शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक होगी. इस दौरान राज ठाकरे क्या बोलते हैं, ये देखना काफी अहम होगा

मनसे प्रमुख राज ठाकरे हर साल गुड़ी पड़वा के अवसर पर मुंबई के शिवाजी पार्क में एक भव्य रैली आयोजित करते हैं. इस परंपरा को वो लगातार 19 साल से निभाते आ रहे हैं. आज एक बार फिर यह रैली आयोजित की जाएगी, जिसमें राज ठाकरे पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करेंगे.

रैली का ऐतिहासिक महत्व

साल 2006 में शिवसेना से अलग होकर अपनी स्वतंत्र पार्टी, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, की स्थापना के बाद से ही राज ठाकरे गुड़ी पड़वा के दिन कार्यकर्ताओं को संबोधित करते आ रहे हैं. इस रैली का महत्व राजनीतिक रूप से भी ज्यादा है, क्योंकि यह मनसे के आगामी रोडमैप और महाराष्ट्र की राजनीति में पार्टी की भूमिका को स्पष्ट करने का मंच बनती है.

पिछली रैलियों में उठाए गए प्रमुख मुद्दे

  • वर्ष 2008: मनसे ने उत्तर भारतीयों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था. इसका फायदा पार्टी को मिला भी, जिसकी वजह से चुनावों में मुंबई, ठाणे, नासिक, पुणे और अर्बन इलाकों में मनसे का जोरदार प्रदर्शन रहा.
  • वर्ष 2012: महाराष्ट्र में स्थानीय लोगों के रोजगार के अवसरों पर जोर दिया गया. मराठी भाषा और मराठी लोगों को रोजगार मिले, इसके लिए आंदोलन शुरू किया.
  • वर्ष 2019: कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन पर तीखा हमला और पीएम मोदी के कार्यों की प्रशंसा. पीएम मोदी का खुलकर समर्थन किया.
  • वर्ष 2022: मस्जिदों में लगे अवैध लाउडस्पीकर हटाने की चेतावनी. इसकेे बाद फिर आंदोलन शुरू किया.
  • वर्ष 2024: लोकसभा चुनाव से पहले NDA को समर्थन देने की घोषणा.

गुड़ी पड़वा रैली 2025 का एजेंडा

इस साल की रैली महाराष्ट्र की राजनीति के संदर्भ में और भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. आगामी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनावों को देखते हुए राज ठाकरे अपनी रणनीति स्पष्ट कर सकते हैं. यह भी संभावना है कि वे केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों पर अपनी राय रखें और मनसे की भविष्य की योजनाओं का ऐलान करें. राज ठाकरे लगातार राज्य सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर हमलावर हैं और अपने बयानों में वो एकनाथ शिंद के गद्दार होने और शिवसेना को तोड़ने जैसे मुद्दे भी उठा रहे हैं.

मुंबई पुलिस और प्रशासन की तैयारियां

मुंबई पुलिस ने इस आयोजन के लिए विशेष ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है. बड़ी संख्या में मनसे समर्थकों के शिवाजी पार्क पहुंचने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. प्रशासन ने रैली के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन के निर्देश जारी किए हैं ताकि शहर की यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे. खासकर माहिम कोसवे से शिवाजी पार्क का रास्ता दोपहर 1 बजे के बाद डायवर्ट किया गया है. इसी तरह तुलसी पाइप रोड, दादर कबूतरखाने से आने वाले मार्ग पर भी दिशा परिवर्तन किया गया है.

गुड़ी पड़वा और मराठी अस्मिता

गुड़ी पड़वा मराठी नववर्ष का प्रतीक है और राज ठाकरे इसे मराठी अस्मिता से जोड़कर अपनी पार्टी के विचारधारा को आगे बढ़ाने का अवसर मानते हैं. इस रैली के जरिए वे मराठी मानुष के हितों की रक्षा के लिए अपने बात खुलकर रखते है और मराठी भाषा मराठियों के रोजगार की पैरवी भी करते हैं.

आज की रैली में क्या होंगे प्रमुख मुद्दे?

  • BMC चुनावों में MNS की भूमिका और रणनीति.
  • महाराष्ट्र की राजनीति में मनसे की स्थिति.
  • महायुति और NDA के साथ मनसे के भविष्य के संबंध.
  • राज्य सरकार और केंद्र सरकार की नीतियों पर प्रतिक्रिया.
  • मुंबई और महाराष्ट्र में स्थानीय मुद्दों पर मनसे का रुख.

आगामी चुनावी समीकरणों पर बड़ा असर

राज ठाकरे की गुड़ी पड़वा रैली न केवल मनसे के कार्यकर्ताओं के लिए, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति में रुचि रखने वालों के लिए भी महत्वपूर्ण होती है. इस वर्ष की रैली आगामी चुनावी समीकरणों पर बड़ा असर डाल सकती है. राज ठाकरे की इस रैली पर बाकी राजनैतिक पार्टियों की नजर होती है क्योंकि कई बार उनके भाषण का राज्य की राजनीति में असर साफ दिखाई दिया है.

बड़ी बात ये कि आज की रैली के दूसरे दिन ईद है, ऐसे में उनका मुस्लिम पक्ष को लेकर, मस्जिद लाउडस्पीकर को लेकर दिया गया बयान का रिएक्शन भी आ सकता है, इसलिए पुलिस खासतौर पर सतर्क है. अब देखना यह होगा कि राज ठाकरे इस बार कौन से बड़े ऐलान करते हैं और उनका महाराष्ट्र की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है.

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