Bengaluru Rameshwaram Cafe Blast: बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार (1 मार्च) दोपहर को हुए बम विस्फोट को अंजाम देने वाले शख्स की पहचान हो गई है. इसे लेकर उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बताया कि सीसीटीवी से आरोपी की पहचान हो गई है. आरोपी की उम्र 28 से 30 साल के बीच में है. इसी ने कैफे के अंदर डिवाइस से भरा एक बैग रखा था. बैग रखने के कुछ देर बाद विस्फोट हुआ और करीब दस लोग घायल हो गए. सूत्रों के अनुसार, इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में भी लिया है. वह बेंगलुरु का रहने वाला है. उससे सेंट्रल क्राइम ब्यूरो की एक विशेष टीम पूछताछ कर रही है.
शहर के एक रेस्टोरेंट में शुक्रवार को हुए ब्लास्ट से हड़कंप मच गया। पहले तो लगा कि यह सिलेंडर ब्लास्ट का मामला है, लेकिन बाद में पता चला कि ये आईईडी ब्लास्ट था। वहीं अब इस धमाके में जांच तेज होने के बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया गया। फिलहाल बेंगलुरु पुलिस इस केस में एक शख्स से पूछताछ कर रही है। वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिस शख्स ने इस घटना को अंजाम दिया वो कर्नाटक के दक्षिण कन्नडा जिले का रहने वाला है। फिलहाल पुलिस की जांच अभी भी जारी है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को ही इस बात की पुष्टि की थी कि विस्फोट आईईडी के कारण हुआ था. आरोपी ने कैफे में जाकर पहले रवा इडली का कूपन लिया था, लेकिन वह खाना खाए बिना ही चला गया. इस दौरान उसने अपना बैग कैफे में ही छोड़ दिया, जो बैग उसने छोड़ा उसमें कथित तौर पर आईईडी था.
कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आलोक मोहन ने बेंगलुरु के एक लोकप्रिय रेस्तरां रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार (1 मार्च) को हुए धमाके को ‘बम विस्फोट’ बताते हुए कहा कि जांच जारी है और इसमें संलिप्त लोगों को ढूंढ निकाला जाएगा.
डीजीपी ने घटनास्थल का दौरा किया और कहा, ‘‘दोपहर एक बजे (कैफे में) बम विस्फोट हुआ, जिसमें नौ लोग घायल हुए हैं, किसी की हालत गंभीर नहीं है. हम जांच कर रहे हैं. एफएसएल (फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला) दल पहुंच गए हैं और वे जांच कर रहे हैं. नगर पुलिस आयुक्त और अन्य अधिकारी घटनास्थल पर हैं. हम निश्चित रूप से पता लगा लेंगे कि यह किसने किया.’’
‘घायलों में कैफे के कर्मी और ग्राहक’
डीजीपी ने संवाददाताओं से कहा कि किसी को भी गंभीर चोटें नहीं आई हैं और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने बताया कि घायलों में कैफे के कर्मी और ग्राहक, दोनों शामिल हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या विस्फोट में ‘आईईडी’ का इस्तेमाल किया गया, उन्होंने कहा, ‘‘हम जांच कर रहे हैं. एफएसएल दल की ओर से नमूने एकत्र करने के बाद हम इसकी पड़ताल करेंगे.’’
DGP ने सीएम सिद्धारमैया और कर्नाटक के गृह मंत्री से की बात
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और गृह मंत्री जी. परमेश्वर से बात की और घटना की सूचना उनसे साझा की. घटनास्थल पर कुछ बैटरी बरामद होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि एफएसएल दल के जांच करने के बाद स्पष्टता आएगी. मोहन ने यह भी कहा कि घटना के बारे में सूचना राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) और खुफिया ब्यूरो (IB) को दी जा चुकी है.
क्या बोले डिप्टी CM डीके शिवकुमार?
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, ”यह कम तीव्रता का धमाका था, इसमें एक घंटे बाद धमाका होने के लिए टाइमर लगा हुआ था.” वहीं, पुलिस के मुताबिक, कैफे विस्फोट मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि इससे पहले अधिकारियों ने कैफे में सिलेंडर में धमाका होने का संदेह जताया था.
एचएएल पुलिस स्टेशन में केस दर्ज
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस की अभी तक की जांच में पता चला है कि उस बैग के अलावा कैफे परिसर में कहीं और आईईडी नहीं मिला है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, सीएम का कहना है कि यह आतंकवादी घटना थी या नहीं, यह साफ नहीं है. मामले की जांच जारी है. पुलिस के सीनियर ऑफिसर के मुताबिक, इस संबंध में, गैर कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. फॉरेंसिक एक्सपर्ट और बम निरोधक दस्ते ने भी घटनास्थल का दौरा किया है.
ब्लास्ट का सीसीटीवी फुटेज वायरल
इस बम विस्फोट का एक सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. कुछ सेकेंड के इस वीडियो में वह पल दिख रहा है जब विस्फोट होता है. विस्फोट के बाद लोग घटनास्थल से भागते दिख रहे हैं.
ये हैं 9 घायल
कैफे में हुए इस विस्फोट में घायल हुए नौ लोगों के नाम फारूक (19 वर्षीय) होटल कर्मचारी, दीपांशु (23), स्वर्णंबा (49), मोहन (41), नागश्री (35), मोमी (30),बलराम कृष्णन (31), नव्या (25) और श्रीनिवास (67) हैं.