नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार को जल्द से जल्द जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करना चाहिए, क्योंकि इससे हमारी अधिकांश समस्याओं का समाधान हो जाएगा. गुरु नानक देव के 555वें प्रकाश पर्व के अवसर पर चांद नगर स्थित गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेकने के बाद अब्दुल्ला ने कहा कि एक दिन सिखों की न केवल सरकार में बल्कि विधानसभा में भी भूमिका होगी, ताकि वे अपने मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठा सकें और उनका समाधान कर सकें.
इस दौरान फारूक के साथ उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी और कैबिनेट मंत्री जावेद राणा भी मौजूद थे. इस पवित्र दिवस पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे सिख भाई लोग मजबूती से मांग करें कि हमारी स्थिति सुधरे और हम नौकरशाही के प्रभुत्व से मुक्त हों.
फारूक ने कहा कि नौकरशाही के जरिए प्रशासन नहीं चलाया जा सकती. उन्होंने कहा कि अतीत में अधिकारी लोगों की बात नहीं सुनते थे लेकिन आज लोग मंत्रियों की ओर उम्मीद से देखते हैं. उनसे उम्मीद करते हैं कि वे उनकी चिंताओं को दूर करेंगे और सही फैसला लेंगे
अब्दुल्ला ने अपने पिछले कार्यकाल को किया याद
अब्दुल्ला ने सीएम के रूप में अपने पिछले कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि जब मैं 1996 में सीएम के रूप में लौटा तो मेरी पहली प्राथमिकता आपका प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना था, क्योंकि आप अपनी आवाज सुने जाने के हकदार थे.
370 की बहाली-JK को राज्य बनाने को लेकर हंगामा
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में सरकार का गठन हुआ है और उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री की कमान संभाली है. इसके बाद से लगातार विधानसभा में 370 की बहाली और जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा मिलने को लेकर लगातार हंगामा हो रहा है. पिछले दिनों तो विधानसभा में 370 की बहाली को लेकर हाथापाई भी हो गई थी. जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुआ था.
इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बड़ी जीत हासिल की और कांग्रेस गठबंधन के सरकार बनाई. नेशनल कॉन्फ्रेंस 42 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है और सहयोगी पार्टी कांग्रेस को 6 सीटें मिली हैं. बीजेपी 29 सीटें जीतने में कामयाब रही.