छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और दंतेवाड़ा सीमावर्ती इलाके में आज पुलिस और नक्सलियों के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई. DRG, STF और बस्तर फाइटर के संयुक्त ऑपरेशन में 32 नक्सली ढेर हो गए. अभी भी पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है. जवान नारायणपुर और दंतेवाड़ा के जंगलों में सर्च अभियान चला रहे हैं. देर सवेर नक्सलियों की मौत का आंकाड़ा बढ़ सकता है. पुलिस और सुरक्षा बल के आला अधिकारी इस पर नजर बनाए हुए हैं. आइए जानते हैं कि आखिर पुलिस ने इस इतने बडे़ ऑपरेशन को कैसे अंजाम दिया?
जानकारी के मुताबिक, इंद्रावती नदी के पार अबूझमाड़ के जंगलों में स्पेशल जोनल कमेटी के मेंबर कंपनी नंबर-6 के कमांडर कमलेश की मौजूदगी की खबर इंटेलिजेंस के अधिकारियों को मिली थी, जिसके बाद DRG, STF और बस्तर फाइटर के करीब 250 जवानों की टीम को ऑपरेशन के लिए भेजा गया था. माड़ के जंगलों में लगभग 70 की संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी के साथ जवानों की सीधी मुठभेड़ हुई. नेदुर थुलथूली के जंगलों में हुई इस मुठभेड़ में सटीक जानकारी के साथ जवानों ने नक्सलियों को चारों तरफ से घेरने में सफलता हासिल की.
ऐसे बनी थी अचूक रणनीति
नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती इलाके दक्षिण अबूझमाड़ के क्षेत्र में माओवादियों की उपस्थिति की सूचना इंटेलाइजेस को मिली थी, जिसके बाद नारायणपुर और दंतेवाड़ा के बस्तर फाइटर, STF और DRG की संयुक्त टीम बनाकर 250 जवानों को जंगल में सर्च ऑपरेशन के लिए भेजा गया. शुक्रवार को दोपहर करीब एक बजेपुलिस पार्टी और माओवादियों के बीच सीधी मुठभेड़ शुरू हुई, जो अब तक 10 घंटे बाद भी जारी है. इस बीच शाम ढलते तक पुलिस ने 30 से अधिक माओवादियों के शव बरामद करने में सफलता मिली है. वहीं मौके से AK-47, SLR सहित कई अन्य ऑटोमैटिक हथियार बड़ी मात्रा में नक्सल साहित्य और विस्फोटक सामग्री बरामद किया गया है.
युवा अधिकारियों ने संभाला मोर्चा, जारी है मुठभेड़
दंतेवाड़ा-नारायणपुर सीमा पर मुठभेड़ अभी भी जारी है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी के मुताबिक, अब तक मारे गए नक्सलियों की संख्या 32 बताई जा रही है, लेकिन यह संख्या अभी और भी बढ़ सकती है. जंगल में शाम ढलने के बाद नक्सलियों के शव बरामद करने में जवानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रात के अंधेरे में मारे गए नक्सलियों की संख्या गिनने में भी दिक्कत आ रही है.
जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के दो युवा IPS प्रभात कुमार और गौरव रॉय के नेतृत्व में ASP समरूथिक राजानाला, DSP प्रशांत देवांगन और DSP राहुल ऊईके मुठभेड़ स्थल पर मौजूद हैं. राजधानी रायपुर में भी इस मुठभेड़ को लेकर नक्सल अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई गई है. वहीं मुठभेड़ को लेकर आला अधिकारी नजर जमाए हुए हैं
एक जवान भी हुआ घायल, हालत खतरे से बाहर
मुठभेड़ में शीर्ष नक्सलियों के मारे जाने की भी संभावना है. बड़ी संख्या में और नक्सलियों के घायल होने की भी संभावना है. मुठभेड़ में नारायणपुर DRG के जवान रामचंद्र यादव को बीजीएल विस्फोट से चोटें आईं थीं. घयाल जवान उपचार के लिए लाया गया है. उसकी हालत सामान्य, स्थिर और खतरे से बाहर है. अन्य सभी जवान सुरक्षित है. सर्चिंग अभियान अभी भी जारी है. CRPF के जवानों को भी मौके पर भेजा गया है.