कानपुर की घाटमपुर तहसील के साढ़ में गलत बात का विरोध करना एक अधेड़ को भारी पड़ गया. गलत काम का विरोध करने की कीमत अधेड़ को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. दरअसल क्षेत्र में एक तिलक समारोह था, जिसमें 55 वर्षीय हरि बहादुर सिंह भी गए हुए थे. उन्होंने महिलाओं से अश्लील इशारे कर रहे नशे में धुत एक युवक को तमाचा जड़ दिया. इस बात को लेकर युवक ने हरि बहादुर से खुन्नस मान ली और अगले ही दिन रात में अपने साथियों संग मिलकर हरि बहादुर की ईंट-पत्थर से कुचल कर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद आरोपियों ने 200 मीटर दूर हरि बहादुर का शव एक कुएं में फेंक दिया. फिलहाल आरोपी अरुण कुमार दुबे को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य आरोपियों की तलाश जा रही है.
खेत पर लगे ट्यूबवेल के कमरे में रहते थे हरि बहादुर
जानकारी के अनुसार हरि बहादुर अविवाहित थे और अपने घर से दूर खेत के पास ट्यूबवेल पर बने कमरे में रहते थे. हरि बहादुर के भतीजे धर्मेंद्र ने घटना के बारे में बताया कि उनके चाचा गांव में एक तिलक समारोह में गए थे. समारोह में पहले से मौजूदअरुण कुमार दुबे नशे में था. वह महिलाओं की तरफ अश्लील इशारे और कमेंट कर रहा था. हरि बहादुर ने इस बात पर पहले उसको रोका लेकिन वह नहीं माना. इसके बाद हरि बहादुर ने गुस्से में अरुण को तमाचा मार दिया. इस बात से नाराज अरुण उन्हें जान से मारने की धमकी देकर मौके से चला गया. मौका मिलते ही उसने अगली रात में अपने दोस्तों के साथ ट्यूबवेल पर पहुंचकर हरि बहादुर की हत्या कर दी. जब धर्मेंद्र चाचा को देखने ट्यूबवेल पर पहुंचा तो चाचा की मोटरसाइकिल बाहर खड़ी थी, जिसमें खून के निशान लगे हुए थे. कुछ दूरी पर ही उसने खून पड़ा हुआ देखा लेकिन हरि बहादुर वहां से लापता थे.
हत्या के बाद शव कुएं में फेंका
भतीजे धर्मेंद्र को अनहोनी की आशंका हुई, जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी. घटना की सूचना पर एसीपी घाटमपुर रणजीत सिंह के साथ एडिशनल डीसीपी साउथ अंकित शर्मा मौके पर पहुंचे. काफी ढूंढने के बाद लगभग घटनास्थल से 200 मीटर दूर एक कुएं के पास भी खून के निशान मिले. इस पर उन्होंने कुएं के भीतर दमकल विभाग के जवानों को उतार कर हरि बहादुर का शव बरामद करवाया. आरोपियों ने शव को कुएं में फेंकने के साथ ही उसमें एक बोरी नमक भी डाल दी थी. जिससे मृतक का शरीर पूरी तरह से गल जाए और किसी को भनक न लगे.
मुख्य आरोपी गिरफ्तार
मामले में एडिशनल डीसीपी साउथ अंकित शर्मा ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि मृतक के भतीजे धर्मेंद्र ने पुलिस को सूचना दी थी. भतीजे ने ही आरोपी अरुण कुमार दुबे, उसकी बहन निधि शुक्ला और बुआ के लड़के शेषनारायण तिवारी पर हत्या का आरोप लगाया था. उसके द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मुख्य आरोपी अरुण दुबे को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.