उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक पत्रकार ने फांसी लगाकर जान दे दी. उसकी की जेल में बंद पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के साथ असलहों के साथ फोटो वायरल हुई थी. इसके बाद से ही वह पुलिस जांच के दायरे में था. यह घटना कानपुर के रावतपुर थाना क्षेत्र में हुई. पत्रकार ने फांसी लगाने से पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए इसी और को जिम्मेदार नहीं ठहराया है.
मृतक पत्रकार का नाम महेंद्र कुमार था. वह रावतपुर का रहने वाला था. उसकी आत्महत्या की जानकारी मिलते रावतपुर थाने की पुलिस, एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए, इसके बाद शव को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
प्रिंटिंग प्रेस में नौकरी करते थे महेंद्र कुमार
मृतक पत्रकार की भांजी कोमल ने बताया कि उनके मामा महेंद्र कुमार एक प्रिंटिंग प्रेस में नौकरी करते थे. सोमवार सुबह उठकर उन्होंने घर के बाहर पैदल वॉक किया और फिर कमरा बंद कर फांसी लगा ली. जब तक परिवार के लोगों की नजर उन पर पड़ी, तब तक उनका शरीर ठंडा पड़ चुका था. इसके बाद घटना की सूतना तुरंत रावतपुर थाने में दी गई. पुलिस जांच के लिए तुरंत मौके पर पहुंच गई.
क्राइम ब्रांच की जांच से था परेशान
कोमल ने बताया कि उसके मामा महेंद्र करीब 10 साल पहले जेल में बंद प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के कैमरा पर्सन थे. अवनीश की अरेस्टिंग के बाद उनका असलहे लिए फोटो वायरल हुआ था, इसमें महेंद्र भी थे. इस वजह से क्राइम ब्रांच ने उन्हें जांच के लिए कई बार बुलाया था. इस बात को लेकर वह मानसिक तनाव में थे.
असलहों संग फोटो हुई थी वायरल
बता दें कि कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को पुलिस ने सिविल लाइन स्थित बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने के आरोप में 29 जुलाई को जेल भेज दिया था. इसके कुछ ही दिन बाद अवनीश दीक्षित के साथ अन्य लोगों की असलहों के साथ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. इस वायरल फ़ोटो में पत्रकार महेंद्र सिंह भी थें. उनसे इसी सिलसिले में पुलिस और क्राइम ब्रांच लगातार पूछताछ कर रही थी. इसी वजह से वह मानसिक तनाव में थे और आत्महत्या जैसा घातर कदम उठा लिया.